यातायात माह के समापन पर ट्रेफिक पुलिस क्लब का किया उद्घाटन, दिए स्मृति चिन्ह प्रशस्ति पत्र

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आगरा लाईव न्यूज। यातायात माह में की गई कार्रवाई, अतिरिक्त सीट हटाने का अभियान। आपको बता दे रविवार को पुलिस आयुक्त द्वारा यातायात लाइन्स स्थित यातायात पुलिस क्लब का फीता काटकर उद्घाटन किया गया।

इस अवसर पर पुलिस आयुक्त द्वारा क्लब के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह केंद्र न केवल यातायात पुलिसकर्मियों के लिए एक समर्पित स्थान बनेगा, बल्कि यह उनके कार्य के प्रति उत्साह और समर्पण को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण साधन होगा एवं पुलिसकर्मियों को बेहतर कार्यक्षमता और टीम समन्वय की दिशा में सहायता मिलेगी। इसके अलावा एक नवंबर से 30 नवंबर तक चलाये गये यातायात माह के समापन के अवसर पर पुलिस आयुक्त एवं अपर पुलिस आयुक्त द्वारा यातायात पुलिस द्वारा पूरे माह में किए गए उत्कृष्ट कार्यों की सराहना करते हुए पुलिसकर्मियों को स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान यातायात पुलिस द्वारा स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाए गए।

इस अभियान का उद्देश्य छात्रों और नागरिकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना और सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों की जानकारी दी गई। पुलिसकर्मियों ने सड़क सुरक्षा, हेलमेट व सीट बेल्ट के महत्व, ओवरस्पीडिंग और शराब पीकर गाड़ी चलाने के खतरों पर विशेष ध्यान केंद्रित किया। इसके अतिरिक्त, बच्चों और युवाओं को सड़क पर सुरक्षित तरीके से चलने और यातायात संकेतों को समझने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इस पहल से स्थानीय समुदाय में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी और यातायात नियमों के पालन को बढ़ावा मिला।यातायात नियमों का उल्लंघन रोकने और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यातायात पुलिस द्वारा नवम्बर माह में विशेष अभियान चलाया। जिसके तहत 87, 847 चालान किए गए।

इस दौरान बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट, ओवरस्पीडिंग, ड्रिंक एंड ड्राइव, रेड लाइट उल्लंघन और दो पहिया वाहन पर तीन सवारी आदि गंभीर मामलों पर विशेष ध्यान दिया गया। साथ ही प्रदूषण प्रमाणपत्र की अनुपस्थिति, गलत दिशा में वाहन चलाने और अनावश्यक हॉर्न बजाने जैसे मामलों पर भी कार्यवाही की गई। यह अभियान प्रमुख चौराहों और संवेदनशील इलाकों में सघन चेकिंग के माध्यम से संचालित किया गया, जिसका उद्देश्य न केवल यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करना, बल्कि आम जनता में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना भी था। पुलिस आयुक्त के निर्देशन में चलाए गए ऑटो ई-रिक्शा से अतिरिक्त सीट हटाए जाने हेतु चलाये गये अभियान में अब तक 32,135 अतिरिक्त सीटें हटवाई गई।

यह अभियान शहर में यातायात सुरक्षा और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है, ताकि वाहनों की अधिकतम क्षमता से अधिक सवारी न बैठाई जाए और सड़क पर दुर्घटनाओं की संख्या कम हो। यह कदम यातायात पुलिस द्वारा नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उठाया गया है, जिससे सार्वजनिक परिवहन के संचालन को भी व्यवस्थित किया जा सके। सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को त्वरित और प्रभावी मदद प्रदान करने के लिए पुलिस द्वारा सरकारी एवं निजी अस्पतालों के साथ समन्वय स्थापित किया गया है। इस समन्वय के तहत, दुर्घटना स्थल पर घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए अस्पतालों से संपर्क किया जाता है। ताकि घायलों का इलाज शीघ्रता से किया जा सके।

इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की जान बचाना और उन्हें जल्दी से जल्दी इलाज उपलब्ध कराना है। पुलिसकर्मियों को सीपीआर कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन का प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे आपात स्थिति में घायल व्यक्तियों को त्वरित और प्रभावी सहायता प्रदान कर सकें। इस प्रशिक्षण से पुलिसकर्मी कार्डियक अरेस्ट या सांस रुकने की स्थिति में जीवन रक्षक कदम उठा सकते हैं। यह कदम सड़क दुर्घटनाओं और अन्य आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, ताकि घायलों की जान बचाई जा सके और उन्हें अस्पताल पहुंचने तक जरूरी प्राथमिक चिकित्सा मिल सके।

यातायात नियमों के प्रति नागरिकों को जागरूक करने हेतु पुलिसकर्मियों द्वारा हेलमेट वितरण कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य विशेष रूप से दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनने के महत्व के बारे में जागरूक करना था, ताकि सड़क सुरक्षा में वृद्धि हो सके और दुर्घटनाओं में होने वाली चोटों को कम किया जा सके। पुलिस ने नागरिकों को यातायात नियमों का पालन करने की प्रेरणा दी और उन्हें सुरक्षित यात्रा करने के लिए हेलमेट जैसे सुरक्षा उपकरण प्रदान किए गये।

कार्यक्रम में दौरान अधिकारीगण द्वारा बताया गया कि यातायात माह का उद्देश्य केवल सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना एवं समाज के हर नागरिक को यातायात नियमों के पालन की जिम्मेदारी समझाना था। जिससे नागरिकों के बीच यातायात सुरक्षा को लेकर एक नई चेतना जागृत हुई। इस दौरान हमारे पुलिसकर्मियों ने पूरी मेहनत और प्रतिबद्धता से काम किया।

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