चोरी करने का हाईटेक तरीका, गूगल मैप से घरों में करते थे चोरी, गैंग के चार शातिर पुलिस ने धरदबोचे

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आगरा लाईव न्यूज। गूगल मैप से घरों में चोरी करने वाला गैंग पकड़ा, टारगेट सेट कर मेंबर को दिन में रेकी करने को भेजते, जेल में बनाया गिरोह। गैंग के सदस्यों पर 40 से ज़्यादा मुकदमे दर्ज हैं। आपको बता दे गुरुवार को पुलिस ने घरों से चोरी-लूट करने वाले गैंग को पकड़ा है। ये लोग गूगल मैप से घर को चिह्नित करते थे। इसके बाद दिन में उनका आदमी चेक करता था कि घर में ताला तो नहीं लगा है। अगर सब कुछ सही लगता है। फिर रात को पूरी गैंग से साथ आते थे। गैंग में हर आदमी का अपना अलग रोल होता था। पुलिस ने 4 लोगों को पकड़ा है। सभी लोग जेल में मिले थे, तब ऐसा गैंग बना।एसीपी छत्ता हेमंत कुमार ने बताया-पुलिस रात में गश्त कर रही थी। तभी अर्टिगा कार में चार संदिग्ध लोग दिखे। वो पुलिस को देखते ही भागने लगे, पुलिस ने घेरकर इनको पकड़ा।

सख्ती से पूछताछ में उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा किया। बताया कि ये लोग घरों में चोरी करते हैं, जब कोई जाग जाता है या विरोध करता है। तो मारपीट कर लूट पर भी उतारु हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने हाईटेक तकनीकी का प्रयोग कर इन चारों शातिरों को पकड़ा है। पकड़े गए आरोपी लखनऊ, इटावा और बिहार के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि गैंग के सदस्यों पर 40 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।

गैंग के चारों सदस्यों पर गैंगस्टर लगा हुआ है। पकड़े गए शातिरों से अपराधियों की लिस्ट भी बरामद हुई है। ये लोग अलग अपराधियों को गैंग में शामिल कर गैंग का विस्तार कर रहे थे।पुलिस ने बताया कि इनके चोरी करने का तरीका बेहद ही अलग है गूगल मैप से इलाकों की रेकी करते थे। फिर एक आदमी भेजते थे, जो उस मकान, जिन पर ताले लटके रहते हैं या कोई कहीं बाहर गया होता है। फोन करके बताता है। गूगल मैप पर ऐसे मकान चिह्नित कर उस पर फ्लैग लगा देते हैं। इसके बाद रात में मकानों में चोरी करते हैं। आगरा में कमला नगर में इन्होंने ऐसे मकान चिन्हित किए थे, जिसमें चोरी करने की तैयारी थी। लेकिन पुलिस ने पहले ही इन्हें पकड़ लिया। अब तक कई घरों में चोरी कर चुके हैं।

पुलिस ने जिन 4 बदमाशों को पकड़ा है, उसमें सरगना गौतम शुक्ला निवासी अलीगंज लखनऊ, जयप्रकाश प्रजापति बक्सर बिहार, मोहित कुमार इटावा और गुरुदेव राजपूत निवासी मैनपुरी हैं। गौतम शुक्ला पर 45 मुकदमे दर्ज हैं। वो और जयप्रकाश पूर्व में लखनऊ जेल में बंद थे। गुरुदेव से उनकी मुलाकात कोर्ट में पेशी के दौरान हुई थी। मोहित गुरुदेव का भतीजा है। ऐसे में चारों ने मिलकर अपना गैंग बनाया। पुलिस की जांच में पता चला है कि गैंग का इरादा जेल से छूटने वाले अपराधियों से संपर्क कर अपना गैंग बढ़ाने का था। यह गैंग यूपी समेत अन्य प्रदेशों में लूट और चोरी की बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की योजना बना रहा था। पुलिस को एक कागज मिला है, जिस पर अलग-अलग जेल में बंद 12 अपराधियों के नाम लिख हैं। इनसे मुलाकात कर अपने गैंग में शामिल करना था। एसीपी हेमंत कुमार ने बताया कि गैंग को पकड़ने वाली टीम में थानाध्यक्ष निशामक त्यागी, सर्विलांस प्रभारी अंकुर मलिक, एसओजी प्रभारी सुनीत कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।

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