आगरा लाईब न्यूज। पुलिस के लिए चुनौती बनी बड़ी वारदात का 6 महीने बाद खुलासा हो पाया है। पुलिस ने दरोगा के कमरे से चोरी हुई सरकारी पिस्टल आखिरकार बरामद कर ली है। पिस्टल चुराने वाले रसोईये को पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके साथ दो अन्य आरोपी भी पकड़े गए हैं। इन दोनों के कहने पर ही रसोईयें ने दरोगा के कमरे से सरकारी पिस्टल की चोरी की थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भिजवा दिया है। आपको बता दें बाह थाना क्षेत्र में दरोगा की सरकारी पिस्टल चुराने वाले रसोइयें को पुलिस टीम ने लंबी जद्दोजहद के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने वारदात में शामिल रहे तीन आरोपियों को पकड़ा है। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एक सरकारी, एक देसी पिस्टल, 10 कारतूस और बाइक बरामद की है। आपको बता दें सरकारी पिस्टल की चोरी का ये मामला 17 जून 2024 का है। तब दारोगा राजाबाबू यादव के कमरे से सरकारी पिस्टल चोरी हो गई थी। काफी खोजने पर भी जब सरकारी पिस्टल बरामद नहीं हुई। तो मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई।
उच्चाधिकारियों ने जांच, पूछताछ शुरू की तो दरोगा राजाबाबू यादव और सिपाही अमित एक दूसरे पर आरोप लगाने लगे। एक दूसरे को पिस्टल चोर बताने लगे। लापरवाही उजागर होने पर दोनों पर विभागीय कार्रवाई की गई। 27 जुलाई 2024 को हेड मोहरीर ब्रेश कुमार ने बाह थाने में मुकदमा दर्ज कराया। स्पेशल टीमों को पिस्टल बरामदगी की जिम्मेदारी सौंपी गई।
पुलिस टीम काफी दिनों तक बाह के चप्पे चप्पे की खाक छानती रही लेकिन पिस्टल का कोई सुराग नहीं लगा। देर रात पुलिस को मुखबिर खास से जानकारी मिली कि तीन युवक पिस्टल बेचने की फिराक में हैं। पुलिस ने आरोपियों को घेराबंदी की। तीनों को विक्रमपुर चौराहे के नजदीक से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी ली गई तो युवकों के पास से चुराई गई सरकारी पिस्टल बरामद हुई। एक देसी पिस्टल भी युवकों के पास मिली। पिस्टल की बरामदगी होने के बाद पुलिस टीम ने राहत की सांस ली। पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पुलिस टीम ने सरकारी पिस्टल, एक देसी पिस्टल, 9 एमएम के 10 कारतूस, 950 रुपए, 3 मोबाइल फोन और बाइक बरामद की है।
पुलिस आरोपियों से अन्य जानकारियां जुटा रही है। तीनों आरोपियों के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी की जा रही है। पुलिस टीम ने आरोपियों रामू, रितिक और धर्मेंद्र से कड़ाई से पूछताछ की। आरोपी रितिक ने पुलिस को बताया कि पिस्टल उसने चौकी से चुराई थी। रितिक के मुताबिक धर्मेंद्र उससे पिस्टल मांग रहा था। मौका मिलने पर उसने चौकी के कमरे में रखी सरकारी पिस्टल चोरी की। 8 हजार रुपए में पिस्टल धर्मेंद्र को बेच दी। धर्मेंद्र ने पिस्टल रामू को बेची। अब रामू इस पिस्टल को बेचने जा रहा था। तभी पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया।