आगरा लाईव न्यूज। आगरा-नोएडा के बीच यमुना एक्सप्रेसवे पर मंगलवार तड़के हुए भीषण सड़क हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है। हादसे में अब तक केवल तीन मृतकों की ही पहचान हो सकी है, जिनके शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं, जबकि 16 मृतकों की शिनाख्त अब डीएनए परीक्षण के बाद ही हो सकेगी। यह दर्दनाक हादसा मथुरा क्षेत्र में एक्सप्रेसवे के माइलस्टोन 127 के पास सुबह करीब 3.45 बजे हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आगरा से नोएडा की ओर जा रही अर्टिगा कार पहले डिजायर कार से टकरा गई। टक्कर के बाद दोनों कारों के चालक सड़क पर ही वाहन खड़े कर आपस में बहस करने लगे। उस समय घना कोहरा छाया हुआ था और दृश्यता लगभग शून्य थी। इसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार ब्रेजा कार आई और खड़ी दोनों कारों में जा घुसी।
तीन कारों की टक्कर के कुछ ही पलों बाद पीछे से आ रही एक बस ने भी इन वाहनों को टक्कर मार दी। बस की टक्कर से तीनों कारें करीब 10 मीटर तक घिसटती चली गईं। इसी दौरान ब्रेजा कार की पेट्रोल टंकी से आग भड़क उठी और कुछ ही सेकंड में कारें आग के गोले में तब्दील हो गईं। तेज हवा के कारण आग ने पास से गुजर रही अन्य बसों को भी चपेट में ले लिया और देखते ही देखते सात बसें और तीन कारें जलने लगीं। आग की लपटें इतनी भयावह थीं कि कई लोग जिंदा जल गए। एक एसी बस का गेट लॉक हो जाने से यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। कई लोगों ने खिड़कियों से कूदकर किसी तरह अपनी जान बचाई, जबकि कई यात्री बाहर नहीं निकल सके। शुरुआती तौर पर हादसे में 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई थी, लेकिन बाद में यह संख्या बढ़कर 19 पहुंच गई।
हादसे के बाद पुलिस और राहत टीमों ने मौके से 18 पॉलीथिन में कंकाल और अधजले मानव अवशेष एकत्र कर पोस्टमार्टम के लिए भेजे हैं। अधिकारियों के अनुसार मृतकों की पहचान डीएनए मिलान के जरिए की जाएगी। प्रशासन ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया और एक्सप्रेसवे पर यातायात को कई घंटों तक बंद रखा गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही हादसे की जांच कर जिम्मेदार कारणों की रिपोर्ट मांगी गई है।

