मथुरा लाईव न्यूज। वेब सीरीज देखकर अपराध की साजिश रचने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आगरा के एक युवक ने अपनी महिला मित्र और एक अन्य साथी के साथ मिलकर कॉलेज से पेपर देकर लौट रही एमए की छात्रा का अपहरण कर लिया और परिजनों से 30 लाख रुपये की फिरौती मांग डाली। पुलिस ने सूझबूझ और साहसिक कार्रवाई करते हुए फिरौती की रकम के साथ मौके पर पहुंचकर छात्रा को सकुशल मुक्त कराया और मुठभेड़ के बाद महिला सहित तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। मथुरा के थाना जैत क्षेत्र के राल गांव निवासी राजकुमार गुप्ता की बेटी पायल केआर डिग्री कॉलेज में एमए प्रथम वर्ष की छात्रा है। गुरुवार दोपहर वह परीक्षा देने के बाद घर लौट रही थी। गोकुल रेस्टोरेंट के पास माहेश्वरी हॉस्पिटल फ्लाईओवर के नीचे खड़ी होकर ऑटो का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान एक ऑटो वहां आकर रुका, जिसमें पहले से एक युवती बैठी हुई थी। छात्रा ऑटो में बैठ गई। कुछ ही दूरी पर पहुंचते ही ऑटो में बैठे युवक और युवती ने छात्रा के मुंह पर टेप लगा दिया और उसे जंगल की ओर ले गए।
इधर, छात्रा के घर न पहुंचने पर परिजन परेशान हो गए। इसी बीच छात्रा के पिता के मोबाइल पर 30 लाख रुपये की फिरौती की कॉल आई। परिजनों ने तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी। गंभीरता को देखते हुए एसएसपी श्लोक कुमार ने छात्रा को सकुशल मुक्त कराने के लिए थाना जैत पुलिस, एसओजी मथुरा और सर्विलांस की संयुक्त टीम गठित की। पुलिस के सामने चुनौती यह थी कि बदमाश लगातार मोबाइल की लोकेशन बदल रहे थे। इसके बावजूद रणनीति बनाकर एक पुलिसकर्मी को छात्रा का पिता बनाकर 2.50 लाख रुपये नकद और शेष रकम डमी नोटों के रूप में एक बैग में रखकर जंगल में भेजा गया। पीछे से एसओजी टीम पूरी तैयारी के साथ सपोर्ट में तैनात रही। जैसे ही बैग सौंपा गया, बदमाशों ने छात्रा को छोड़ दिया। छात्रा को सुरक्षित निकालते ही पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी कर दी।
खुद को घिरता देख बदमाशों ने फायरिंग की, जिस पर पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने एक महिला सहित तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। घायल बदमाशों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान मूलरूप से आगरा के थाना जगनेर क्षेत्र के नगला नंगू निवासी सौरभ, उसकी महिला मित्र इगलास (अलीगढ़) निवासी पूजा और बिहार निवासी मंजीत के रूप में हुई है। पुलिस जांच में सामने आया है कि सौरभ और पूजा रुकमणि विहार स्थित पारस प्राइड फ्लैट में साथ रह रहे थे। पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने वेब सीरीज देखकर अपहरण की योजना बनाई थी और महंगे शौक पूरे करने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 2.5 लाख रुपये की फिरौती की रकम, दो कंट्रीमेड तमंचे .315 बोर, चार जिंदा कारतूस, पांच खोखा कारतूस और घटना में प्रयुक्त एक टेंपो बरामद किया है। पुलिस की इस त्वरित और साहसिक कार्रवाई से न केवल छात्रा की जान बची, बल्कि एक बड़ी आपराधिक साजिश का भी पर्दाफाश हुआ है।

