आगरा लाईव न्यूज। गुरुग्राम की एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत चार्टेड एकाउंटेंट युवती ने अपने इंजीनियर पति और ससुरालियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि पति के नपुंसक होने की सच्चाई जानबूझकर छिपाकर उससे शादी कराई गई और संतान के नाम पर सास ने जेठ के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाया। विरोध करने पर न सिर्फ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना दी गई, बल्कि जेठ द्वारा दुष्कर्म का प्रयास और पूरे परिवार द्वारा मारपीट भी की गई। पुलिस आयुक्त से शिकायत के बाद शाहगंज थाने में पति समेत ससुराल पक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पीड़िता शाहगंज क्षेत्र की निवासी है और वर्तमान में गुरुग्राम की एक मल्टीनेशनल कंपनी में चार्टेड एकाउंटेंट के पद पर कार्यरत है। उसने पुलिस आयुक्त, आगरा को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि 10 मई 2024 को षड्यंत्र के तहत उसकी शादी गुरुग्राम निवासी इंजीनियर सचिन मित्तल से कराई गई। शादी की पहली ही रात उसे पति के नपुंसक होने की जानकारी हो गई थी। जब उसने इस बारे में सवाल उठाए तो सास रानी ने इलाज चलने और जल्द सब ठीक हो जाने का आश्वासन देकर उसे चुप करा दिया।
पीड़िता का आरोप है कि बाद में उसे पता चला कि पति, सास-ससुर और जेठ को इस सच्चाई की पहले से जानकारी थी, जिसे जानबूझकर उससे छिपाया गया। विवाह के कुछ महीनों बाद ही ससुराल पक्ष ने संतान उत्पत्ति के नाम पर उस पर जेठ आशीष से शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। उसने जब इसका विरोध किया तो उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और कई बार शारीरिक हिंसा भी झेलनी पड़ी। पीड़िता ने बताया कि नवंबर 2025 में जब पति अमेरिका गया हुआ था, उसी दौरान जेठ ने मौका पाकर जबरन उसके कमरे में घुसकर दुष्कर्म का प्रयास किया। शोर मचाने और विरोध करने पर आरोपी जेठ ने उसे धमकाया और फरार हो गया। घटना की जानकारी जब उसने पति को दी तो उसने भी परिवार का साथ देते हुए उसे चुप रहने और बदनामी की धमकी दी। आरोप है कि 29 नवंबर को पति, सास-ससुर और जेठ ने मिलकर उसकी बेरहमी से पिटाई की और जान से मारने की कोशिश की। शोर सुनकर मौके पर पहुंचे रिश्तेदारों ने किसी तरह पीड़िता को बचाया और बाद में उसका इलाज कराया गया। इसके बाद पीड़िता ने साहस जुटाकर पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचकर पूरी आपबीती बताई।
एसीपी लोहामंडी गौरव कुमार ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर शाहगंज थाने में पति और ससुरालियों के खिलाफ धोखाधड़ी, दहेज उत्पीड़न, मारपीट, जान से मारने की कोशिश और दुष्कर्म के प्रयास जैसी गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है और जांच के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला न सिर्फ एक महिला के साथ हुए अमानवीय व्यवहार को उजागर करता है, बल्कि समाज में आज भी मौजूद उस सोच पर सवाल खड़े करता है, जहां महिला की इच्छा और सम्मान को नजरअंदाज कर उसे परिवार की ‘इज्जत’ और संतान के नाम पर शोषण का शिकार बनाया जाता है।

