आगरा लाईव न्यूज। थाना कमला नगर क्षेत्र में एक महिला की निजता से जुड़े गंभीर मामले में त्वरित और न्यायोचित कार्रवाई करने पर थाना कमला नगर पुलिस को लिखित रूप से सम्मान और आभार प्राप्त हुआ है। बल्केश्वर कॉलोनी निवासी किरन नागपाल ने थाना प्रभारी योगेश कुमार, थाना कमला नगर पुलिस, बल्केश्वर चौकी पुलिस तथा आगरा पुलिस कमिश्नरेट के प्रति लिखित रूप में आभार व्यक्त करते हुए पुलिस की कार्यशैली की सराहना की है। पीड़िता किरन नागपाल पत्नी रवि चावला ने अपने प्रार्थना-पत्र में उल्लेख किया कि उनके घर के सामने बनी दुकान की छत पर सुरेन्द्र गांधी द्वारा सरकारी दीवार को तोड़कर अनाधिकृत रूप से प्रवेश का प्रयास किया गया था। इससे न केवल उनकी और उनके परिवार की निजता प्रभावित हो रही थी, बल्कि सुरक्षा को लेकर भी गंभीर आशंका बनी हुई थी।
पीड़िता द्वारा 19 दिसंबर 2025 को महिला हेल्पलाइन 1090 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई गई तथा थाना कमला नगर में लिखित प्रार्थना-पत्र प्रस्तुत किया गया। शिकायत मिलते ही थाना प्रभारी योगेश कुमार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल पुलिस बल को मौके पर भेजा। थाना कमला नगर पुलिस एवं बल्केश्वर चौकी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का निरीक्षण किया और कानून के दायरे में त्वरित कार्रवाई करते हुए दुकान की छत पर तोड़ी गई सरकारी दीवार को पुनः पूर्व अवस्था में बहाल कराया। इस कार्रवाई से अवैध प्रवेश का रास्ता बंद हो गया और पीड़िता व उसके परिजनों को राहत मिली।
इस न्यायपूर्ण और त्वरित कार्रवाई से संतुष्ट होकर प्रार्थिया ने थाना प्रभारी योगेश कुमार को लिखित रूप में सम्मान देते हुए कहा कि पुलिस ने बिना किसी देरी के उनकी समस्या का समाधान कर यह सिद्ध कर दिया कि कानून व्यवस्था आम नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि इस कार्रवाई से पुलिस प्रशासन के प्रति उनका विश्वास और अधिक मजबूत हुआ है। प्रार्थिया ने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी यदि किसी नागरिक के साथ किसी प्रकार का अन्याय होता है, तो थाना कमला नगर पुलिस इसी तरह तत्परता और निष्पक्षता के साथ कार्रवाई करेगी। उन्होंने पुलिस की इस कार्यशैली को समाज में न्याय व्यवस्था को मजबूत करने वाला बताया। स्थानीय लोगों का कहना है कि थाना प्रभारी योगेश कुमार के नेतृत्व में की गई यह कार्रवाई पुलिस और जनता के बीच विश्वास को और सुदृढ़ करती है।
पुलिस को मिला यह लिखित सम्मान न केवल एक महिला को मिले न्याय का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि संवेदनशील और समयबद्ध पुलिसिंग से आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना उत्पन्न होती है।

