आगरा लाईव न्यूज। एमएसडब्ल्यू प्रथम वर्ष के छात्र का आरोप है कि सीनियर छात्रों ने रैगिंग करने के साथ ही टार्चर किया। धमकी दी तो विवि में शिकायत की तो अच्छा नहीं होगा। इसमें संशय इसलिए भी है क्यूंकि रैगिंग हमेशा एडमिशन के समय पर या आसपास होती है एग्जाम के समय नहीं ज़ब एक छात्र लम्बा समय अपने विभाग में गुज़ार चुका होता है। आपको बता दें डॉ. भीमराव आंबेडकर विवि के समाज विज्ञान संस्थान के एमएसडब्ल्यू प्रथम वर्ष के छात्र ने आरोप लगाए हैं कि सोमवार को क्लास लेने के बाद सिर दर्द होने पर चाय पीने के लिए कैंटीन पर गया। वहां एमएसडब्ल्यू के सीनियर छात्र मौजूद थे, उन्होंने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उनके लिए चाय लेकर आने के लिए कहा। इसका विरोध करने पर गाली गलौज और मारपीट करने लगे।
इस मामले की शिकायत चीफ प्रोक्टर प्रो. मनु प्रताप और एचओडी डॉ. रनवीर सिंह से की गई, मंगलवार को दोनों पक्षों को बुलाया। एचओडी डॉ. रनवीर सिंह का कहना है कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया, संस्थान से बाहर कैंटीन पर चाय को लेकर विवाद हो गया था। चीफ प्रॉक्टर प्रो मनु प्रताप ने बताया कि रैगिंग की यह जानकारी व्हाट्सप्प मैसेज के माध्यम सी दी गईं है लिखित में अभी भी नहीं आई है। उनका ये भी कहना है की कल इसलिए जानकारी पर जाँच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर कुलपति के निर्देशानुसार उचित कार्रवाही की जाएगी।