आगरा लाईव न्यूज। हाथों में मेहंदी लगाए जुबां खामोश, दिल गुमसुम और ये आंख नम क्यों है, जो अपने ही न हो सके, उन्हें खोने का गम क्यों है’ मेहंदी लगाए बैठी मोहिनी की हालत को बयां करने के लिए ये पंक्तियां काफी हैं। जिस घर में बरात आने का इंतजार था, वहां दूल्हे की मौत का संदेश आया, तो कोहराम मच गया। सारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं। दुल्हन के साथ ही घरवालों पर भी दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। रिश्तेदार शादी में शामिल होने के लिए घर आए, वो परिवार के लोगों को धैर्य रखने के लिए कह रहे हैं।
मामला आगरा के टेढ़ी बगिया में सोमवार को बनी सिंह के जिस घर में हल्दी-मेहंदी की रस्में होने के बाद खुशियां बिखरी हुई थीं, वहां मंगलवार को सन्नाटा पसरा हुआ था। हाथों में मेहंदी को बार-बार देख रही मोहिनी सदमे में आ गई है। पिता ने कर्ज लेकर मोहिनी के हाथ पीले करने की उम्मीद भी धुंधली हो गई हैं। शादी की सजावट भी नहीं हटी है। घर में खाने-पीने का सामान ज्यों का त्यों रखा है।मनपसंद की शादी तय होने पर मोहिनी ने बड़े सपने संजोए थे। एक दूसरे का हाथ कभी नहीं छोड़ेंगे। शिवम की मौत की खबर सुनते ही मोहिनी की तबीयत बिगड़ गई। अब वह खाना भी नहीं खा रही है। सदमा इतना गहरा है कि किसी से बात नहीं करती है। अपने हाथों में लगी मेहंदी को देखकर चीख उठती है कि मैं भी शिवम के पास जाऊंगी। बरात आने से ठीक एक दिन पहले दूल्हे की मौत से घर में सन्नाटा पसरा हुआ है।