राहगीरों के साथ धोखाधड़ी व टप्पेबाजी करते थे आरोपी, आरोपियों के पास से सोने चांदी का सामान बरामद, ट्रांसपोर्ट नगर आईएसबीटी पर की थी ठगी।
आगरा लाईव न्यूज। सोमवार को थाना हरीपर्वत पुलिस ने टप्पेबाजी और धोखाधड़ी करने वाले अंतर्जनपदीय टप्पेबाज गैंग के चार शातिरों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया है। दरअसल 15 नवम्बर को एक व्यक्ति द्वारा थाना हरीपर्वत पर सूचना दी गई पीड़ित ने पुलिस को बताया कि 13 नवम्बर को एक अज्ञात लड़का मेरे पास आया और बोला दादा हम बिहार के मजदूर है और खुदाई करते समय हमें आधा थैला पुराने सिक्के मिले हैं। आप देखो एक सिक्का कितने का होगा।
वह कहने लगा आप यह सिक्के ले लो, पीड़ित के पास पैसा न होने के कारण उसने मना कर दिया। पीड़ित को वह लड़का अपना मोबाइल नम्बर देकर चला गया। और 13 नवम्बर को उस लड़के ने सौदे के सम्बन्ध में पीड़ित को ट्रांसपोर्ट नगर बस अड्डे पर बुलाया। वह लड़का पीड़ित को बैठाकर ट्रांसपोर्ट नगर के सुनसान इलाके में लेकर गया। वहां पर उन्होंने सोने का हार दिखाया और सिक्के बाद में देने को कहा। हार में से उसने दो मोती तोड़कर दिये कहा पहले चैक करा लो जिसके बाद पीड़ित ने सुनार से चैक कराया तो सही निकला। पीड़ित ने बताया कि फिर शाम को वह अपना सामान लाया और मुझे दे दिया। पीड़ित ने सामान के बदले उसे ढाई लाख रुपये दे दिये और ढाई लाख रुपये 14 नवम्बर को देने का वादा किया। इसके बाद वह हार पीड़ित ने सुनार से चैक कराया तो वह नकली निकला।
पीड़ित के साथ ढाई लाख की टप्पेवाजी हो गई। इस सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर 15 नवम्बर को थाना हरीपर्वत पर मुकदमा पंजीकृत किया गया। टप्पेबाजी की घटना के खुलासे के लिए थाना हरीपर्वत पर पुलिस टीमों का गठन किया गया। 24 नवम्बर को थाना हरीपर्वत पर गठित पुलिस टीम द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर आईएसबीटी बस स्टैंड के पास से टप्पेबाजी की घटना में संलिप्त चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के कब्जे से 2,05,000 रूपये पुलिस ने बरामद किये हैं। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों के पास से चार मोबाइल, आठ सिम कार्ड, दो चांदी के सिक्के, तीन सोने के दाने की लड़ियां, आठ छल्ले मोती की माला, एक प्लास, दो चिमटी लोहे की, एक कटर, एक कैंची, दो लकड़ी में लिपटे सोने के तार और एक डायरी बरामद की है।
पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार आरोपियों से बरामद सामान के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर उन्होनें ने बताया कि वह सभी सोने की लड़ी दिखाकर और यह बताकर की उन्हे ये उनके पुराने मकान की खुदाई में मिली है। भोले भाले लोगों के साथ ठगी करते है। उनके गैंग का लीडर कन्हैया राय है यह जो सामान उनके कब्जे से बरामद हुआ है यह सभी नकली सोने की लड़ी हैं। जिनको वह भीड भाड़ वाली जगहों पर आते जाते लोगों से बातचीत के दौरान यह पता करके की वह लालची प्रवृति का है तो उसे प्रलोभन देते है। और वे अपना मोबाइल नंबर व एक दो दाने पीली घातु के चैक करने के नाम पर असली देते है। उससे सम्पर्क करके उसे धोखा देकर मोटी धनराशी ठग लेते हैं। जिसके बदले में वह उन्हे नकली सोने की लड़ियों वाले जेवर दे देते हैं। ठगी करते हुए उनके गैंग का आरोपी शंकर एक बार बनारस जनपद के थाना कोतवाली व लंका थाने पर वर्ष 2019 मे बन्द हुआ था और वहां से जेल गया था।
14 नवम्बर को एक व्यक्ति को इसी तरह सोने की लड़ी दिखाकर पहले असली सोने का मोती देकर विश्वास में लेकर बाद में उन्हें ढाई लाख रूपये में नकली सोने की लड़ियों वाला जेवर देकर सारे रूपये ठग लिये थे। इस तरह का काम वे 3-4 लोग मिलकर करते है। आज वह लोग नये शिकार की तलाश मे फिर से बस स्टैंड आये थे। पकड़ा गया आरोपी मुकुल पुत्र लक्ष्मीनारायण रामनगर सब्जी मंडी के पास थाना शाहगंज, कन्हैया पुत्र मधालाल ग्राम बादरी पूठ थाना बसरेहर जनपद इटावा, शंकर पुत्र हीरालाल रामपुर भीमसेन थाना सचेण्डी जनपद कानपुर और अर्जुन गोस्वामी पुत्र जीवन लाल रायपुर नहरिया रोड थाना जहाना बाद जनपद रायबरेली का रहने वाला है। आरोपियों का पहले से लंबा आपराधिक इतिहास है।
पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार थाना हरीपर्वत, उपनिरीक्षक योगेश कुमार, उपनिरीक्षक हरेन्द्र सिंह, उपनिरीक्षक दीपक कुमार, कांस्टेबल नितिन बालियान, कांस्टेबल अनूप कुमार, विजय कुमार डायल 112, अखिलेश कुमार स्मार्ट सिटी।