पासपोर्ट सत्यापन के लिए मांगे एक हजार रुपये, महिला दारोगा व आरक्षी निलंबित

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आगरा लाईब न्यूज। पासपोर्ट सत्यापन में घूस लेने पर छत्ता थाने की प्रशिक्षु महिला दारोगा दीप्ति रानी और लोहामंडी थाने के आरक्षी अजय बालियान को सोमवार को पुलिस आयुक्त जे. रविन्दर गौड़ ने निलंबित कर दिया। आपको बता दें आवेदकों से सिपाही ने 400-400 रुपये की रिश्वत ली। इसके बाद पासपोर्ट का सत्यापन किया। वहीं कृष्णा काॅलोनी, जीवनी मंडी निवासी अवनीश काैर के पासपोर्ट का सत्यापन प्रशिक्षु दरोगा दीप्ति रानी ने किया। आरोप है कि उन्होंने 1000 रुपये रिश्वत ली। दोनों पर पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर तीन आवेदकों से घूस मांगने का आरोप है।

आरोप है कि महिला दारोगा ने एक हजार रुपये घूस ली। आवेदिका की आवेदिका की बहन और मां को 10 दिसंबर 2024 को थाना छत्ता पर बुलाकर रिश्वत ली। डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि फीडबैक सेल ने पासपोर्ट सत्यापन की जानकारी ली। इसमें रुपये लेने की बात सामने आई। जांच में आरोप सही निकलने पर निलंबन किया गया है। विभागीय जांच में दोषी मिलने पर दंड की कार्रवाई होगी। पुलिस आयुक्त की फीड बैक सेल में शिकायत मिलने पर प्रशिक्षु आइपीएस आलोक राज ने जांच की थी। निलंबन के साथ ही विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।

कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद भी दरोगा, मुंशी और सिपाहियों का भ्रष्टाचार नहीं रुक रहा है। जून 2024 में पासपोर्ट सत्यापन से लेकर मुकदमों की विवेचना में भ्रष्टाचार की बात सामने आई थी। फीडबैक सेल से शिकायत पर जांच कराई गई थी। इसके बाद 56 दरोगा और सिपाहियों को निलंबित किया गया था। इस कार्रवाई से पूरे कमिश्नरेट में खलबली मच गई थी। हाल ही में सराय ख्वाजा चाैकी पर वसूली की गई थी। इसमें भी चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हुई। इसके बावजूद वसूली का खेल नहीं रुक रहा है।

डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि फीडबैक सेल ने पासपोर्ट सत्यापन की जानकारी ली। जिसमें सत्यापन के नाम पर रुपये लेने की बात सामने आयी थी। जांच कराने पर आरोप सही पाए गए। जिसके बाद प्रशिक्षु दारोगा और आरक्षी पर निलंबन की कार्रवाई की गई। दोनों पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय जांच भी कराई जा रही है।

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