आगरा लाईब न्यूज। असिस्टेंट मैनेजर (ग्रेड-A) के ऑनलाइन एग्जाम का पेपर महिला अभ्यर्थी ने लीक कर दिया। वह अपने अंडरगारमेंट में मोबाइल छिपाकर एग्जाम सेंटर के अंदर पहुंची। मामला सिकंदरा में आईकॉन डिजीटल जोन है। रविवार को यहां असिस्टेंट मैनेजर (ग्रेड-A) के ऑनलाइन एग्जाम का सेंटर बनाया गया था। यह एग्जाम एसआईडीबीआई एजेंसी करवा रही थी। आगरा में यह इकलौता सेंटर था। यहां सिर्फ 22 अभ्यर्थियों का रजिस्ट्रेशन था। आपको बता दें रविवार को एग्जाम की पहली पाली में कोई नकल का मामला नहीं पकड़ा गया। लेकिन, दूसरी पाली में वेन्यू कमांडिंग ऑफिसर मनीष कश्यप को एक लड़की की मूवमेंट पर शक हुआ। वह कंप्यूटर स्क्रीन से ज्यादा नीचे की तरफ देख रही थी। उन्होंने जांच की, तो अभ्यर्थी का नाम मनीषा शर्मा निकला। उन्होंने पूछताछ की। फिर महिला स्टाफ को बुलाकर बगल के कमरे में जांच करने को कहा।
इसी दौरान मनीषा के अंडरगारमेंट के छिपा हुआ एक मोबाइल मिला। कक्ष निरीक्षक से छिपाकर उसने 2 बार क्वेश्चन पेपर की फोटो खींचीं। फिर अपनी फ्रेंड को भेज दीं। वहां से जो भी जवाब मिले, उन्हें ऑनलाइन सब्मिट करने लगी। इस दौरान कक्ष निरीक्षक को अभ्यर्थी के मूवमेंट पर शक हुआ। उन्होंने जब पूछा, तो अभ्यर्थी ने पहले नकल के आरोप नकार दिए। इसके बाद महिला अभ्यर्थी को दूसरे कमरे में ले जाकर तलाशी ली गई। इसमें उसके अंडरगारमेंट में छिपा हुआ एक मोबाइल मिला। इसके बाद आगरा के सिकंदरा थाने में FIR दर्ज कराई गई।मोबाइल में सर्च करने पर सामने आया कि मनीषा ने कंप्यूटर स्क्रीन की तस्वीर खींचकर अपनी एक दोस्त को भेजा था। उसकी दोस्त का नाम मानसी पांडे सेव था। वॉट्सऐप पर दोनों की चैट भी मिली। जिसमें सवाल के जवाब आए थे। इसके बाद पुलिस को बुलाया गया। मनीष कश्यप की तरफ से शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मनीषा शर्मा को अरेस्ट कर लिया, उसको जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने मनीषा से इस मामले को लेकर जांच भी की। कहीं इस मामले में कोई सॉल्वर गैंग तो एक्टिव नहीं है। अभी तक मनीषा की दोस्त मानसी सामने नहीं आई है।थाना प्रभारी सिकंदरा नीरज शर्मा ने बताया पेपर लीक करने वाली छात्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उसकी सहेली की संलिप्तता की जांच चल रही है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने बताया परीक्षा केंद्र की ओर से पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गई थी। दूसरी पाली में केवल 22 अभ्यर्थी थे। केंद्र पर अभ्यर्थियों की तलाशी को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर इतने कम अभ्यर्थियों की भी सही से तलाशी नहीं हुई। इस केंद्र पर आए दिन बड़े-बड़े ऑनलाइन एग्जाम होते हैं।