आगरा लाईब न्यूज। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ के तत्वाधान में उद्गम पोर्टल का विकास किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश भर के डायट प्रवक्ता और शिक्षकों के नवाचारों और बेस्ट प्रैक्टिसेज को ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से स्थान दिया जाना है, इसके लिए गत वर्ष प्रदेश भर के शिक्षकों एवं डायट प्रवक्ताओं से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के माध्यम से नवाचार आमंत्रित किए गए थे। प्रदेश भर से प्राप्त नवाचारों में से 17 नवाचारों/बेस्ट प्रैक्टिस को राज्य स्तर पर चयनित किया गया है जिसमें जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान आगरा के प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार वार्ष्णेय के नवाचार प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता को स्थान मिला है ज्ञात रहे डायट आगरा में कार्यरत प्रवक्ता डॉ मनोज कुमार वार्ष्णेय राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा, श्रेष्ठा परीक्षा, राष्ट्रीय आविष्कार अभियान, नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा, अटल आवासीय प्रवेश परीक्षा, विद्याज्ञान आदि में ऑनलाइन माध्यम से सहयोग के साथ विभिन्न परीक्षाओं के लिए प्राचार्य डाइट के निर्देशन में डायट स्तर से बच्चों के लिए अभ्यास पेपर भी उपलब्ध कराते हैं जिससे छात्र-छात्राएं अभ्यास करके प्रतियोगी परीक्षाओं में एक बेहतर स्थान अर्जित कर सकें। किसी का परिणाम है कि जहां 2019-20 में राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति द्वारा परीक्षा में 04,2020 में 18 चयन हुए थे वहीं 2021 में 221, 2022 में 264, 2023 में 264 चयन हुए हैं साथ ही अनुसूचित जाति वर्ग के लिए केंद्र सरकार योजना श्रेष्ठा योजना में विगत 02 वर्षों में 70 से अधिक छात्र-छात्राओं को निजी सीबीएसई आवासीय विद्यालय में नि:शुल्क प्रवेश मिल चुका है जिसके कारण छात्र छात्राओं को भरतपुर, मथुरा लखनऊ नोएडा गाजियाबाद के निजी आवासीय सीबीएसई विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिला है।
इसके लिए उन्हें 6 से 8 जनवरी तक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ में आयोजित उद्गम पोर्टल के विकास हेतु आयोजित कार्यशाला में आमंत्रित किया गया था उनके इस चयन पर उप शिक्षा निदेशक/प्राचार्य डायट आगरा पुष्पा कुमारी एवं सभी प्रवक्ताओं ने शुभकामनाएं देते हुए हर्ष व्यक्त किया है।डॉ मनोज कुमार वार्ष्णेय ने अपनी सफलता का श्रेय डायट प्राचार्य, स्टाफ के साथ छात्र छात्राओं को ऑनलाइन तैयारी करा रही टीम के शिक्षकों व जनपद के अध्यापकों को दिया है।