आगरा लाईव न्यूज। थाना हरीपर्वत क्षेत्र में मंगलवार रात उस समय बवाल मच गया जब करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने समाजवादी पार्टी (सपा) की राज्यसभा सांसद सुमन के आवास पर हमला बोल दिया। सांसद के एक बयान से आहत करणी सेना के पदाधिकारी पहचान छुपाकर पहुंचे और नारेबाजी के साथ तोड़फोड़ शुरू कर दी।

पुलिस ने स्थिति को संभालने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों से हुई झड़प में लगभग एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हो गए। एडिशनल पुलिस कमिश्नर संजीव त्यागी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस ने करणी सेना के कई लोगों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बड़ी घटना को होने से रोका और मौके से बुलडोजर समेत कई गाड़ियों को कब्जे में लिया।

कैसे भड़की हिंसा? : सूत्रों के मुताबिक, करणी सेना के पदाधिकारी और समर्थक सांसद के बयान से नाराज थे। वे पहचान छुपाकर सांसद सुमन के आवास तक पहुंचे और अचानक नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो माहौल और गर्मा गया। उपद्रवियों ने न सिर्फ तोड़फोड़ की, बल्कि पुलिस पर भी हमला बोल दिया, जिससे 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए।

पुलिस का एक्शन : कई गिरफ्तार, इलाके में भारी सुरक्षा*पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लेने के लिए तुरंत बल प्रयोग किया और करणी सेना के कई लोगों को हिरासत में ले लिया। साथ ही, मौके से कई गाड़ियों और एक बुलडोजर को जब्त किया गया है।

पुलिस की मुख्य कार्रवाई : करणी सेना के कई पदाधिकारी और समर्थक हिरासत मेंसांसद के आवास की सुरक्षा बढ़ाई गईसीसीटीवी फुटेज की जांच जारीहिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही।

इलाके में तनाव, पुलिस अलर्ट : घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी तरह की दोबारा हिंसा न हो। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस घटना में शामिल किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही मामले की पूरी सच्चाई सामने लाई जाएगी। आगरा में हुई इस बड़ी घटना से सियासी हलचल तेज हो गई है। क्या यह महज एक विरोध था, या इसके पीछे कोई और साजिश छिपी है? पुलिस जांच के बाद ही पूरी तस्वीर साफ होगी।