आगरा लाईव न्यूज। संविधान निर्माता और सामाजिक समरसता के प्रतीक भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आगरा शहर में भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया। इस मौके पर शहरभर में उल्लास, एकता और अनुशासन का अद्भुत दृश्य देखने को मिला। शोभायात्रा का शुभारंभ आज सुबह वजीरपुरा स्थित अम्बेडकर प्रतिमा स्थल से हुआ, जहां दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। शोभायात्रा का उद्घाटन उत्तर प्रदेश की केबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य, आगरा मंडल के पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड़, जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ। कार्यक्रम स्थल पर भारी संख्या में आमजन, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, युवाओं और श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही।

शोभायात्रा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए आगरा पुलिस प्रशासन ने पूरी मुस्तैदी से कमान संभाली। पुलिस उपायुक्त नगर सोनम कुमार के नेतृत्व में पूरे मार्ग पर व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए। उनके साथ पुलिस उपायुक्त पश्चिमी अतुल शर्मा, पूर्वी क्षेत्र के डीसीपी अभिषेक कुमार, यातायात डीसीपी संजीव त्यागी, एसीपी हरीपर्वत, एसीपी महिला अपराध, एसीपी कानून व्यवस्था, एसीपी एलआईयू सहित सभी जोन के अधिकारी मौके पर लगातार भ्रमण करते रहे और व्यवस्थाओं की निगरानी करते रहे।

ड्रोन कैमरों से शोभायात्रा मार्ग की निगरानी की जा रही थी। कंट्रोल रूम से हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी गई। शहर के संवेदनशील और प्रमुख चौराहों पर अतिरिक्त फोर्स तैनात रही। सोशल मीडिया की निगरानी के लिए पुलिस की मीडिया सेल लगातार सक्रिय रही और किसी भी तरह की अफवाह या भ्रामक पोस्ट पर तत्परता से कार्रवाई के निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए थे।

शोभायात्रा में डॉ. अंबेडकर के विचारों, सामाजिक समता, समान अधिकार, शिक्षा और संविधान में उनके योगदान को रथों, झांकियों और पोस्टरों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। बच्चों और युवाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य-गीतों के माध्यम से बाबा साहेब को श्रद्धांजलि दी। जगह-जगह स्वागत मंच लगाए गए जहां लोगों ने शोभायात्रा का अभिनंदन किया। प्रशासन की सतर्कता, पुलिस की चौकसी और जनता के सहयोग से यह शोभायात्रा पूर्णत: शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। शहर में किसी भी तरह की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली, जिससे एक बार फिर साबित हुआ कि जब जनता और प्रशासन साथ हों, तो हर आयोजन एक मिसाल बन सकता है।

इस भव्य आयोजन ने न सिर्फ बाबा साहेब को श्रद्धांजलि दी, बल्कि उनके विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य भी किया। अंबेडकर जयंती पर आगरा ने फिर दिखा दिया कि सामाजिक समरसता और संविधानिक मूल्यों के लिए यह शहर हमेशा एकजुट रहता है।