आगरा। अछनेरा क्षेत्र में किशोरी के साथ दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के बाद मां-बेटी द्वारा विषाक्त पदार्थ खाने के मामले में पुलिस पूरी तरह हरकत में आ गई है। घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस ने न सिर्फ आरोपी युवक के खिलाफ दुष्कर्म, ब्लैकमेलिंग और पॉक्सो एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, बल्कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है। एसीपी अछनेरा राम प्रवेश गुप्ता ने बताया कि पीड़ित परिवार की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी युवक की पहचान गांव के ही निवासी के रूप में हुई है, जो घटना के बाद से फरार है। पुलिस की टीम उसके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दे रही है। आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर न्यायिक प्रक्रिया के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस का कहना है कि यह मामला बेहद संवेदनशील है, इसलिए जांच में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। साइबर सेल को भी जांच में शामिल किया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किशोरी के आपत्तिजनक वीडियो या फोटो कहीं सोशल मीडिया या किसी अन्य प्लेटफॉर्म पर अपलोड तो नहीं किए गए। आरोपी के मोबाइल फोन और सोशल मीडिया अकाउंट्स की गहन जांच कराई जा रही है।पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पीड़िता और उसकी मां की हालत फिलहाल गंभीर है। दोनों का इलाज शहर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। वहीं, महिला पुलिस कर्मियों को अस्पताल में तैनात किया गया है ताकि पीड़ित परिवार को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
थाना अछनेरा पुलिस ने यह भी बताया कि आरोपी युवक के परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि जब किशोरी की मां ने आरोपी के घर पहुंचकर विरोध किया था, तब आरोपी पक्ष ने पीड़ित परिवार के साथ मारपीट की थी। इस संबंध में भी पुलिस ने अतिरिक्त धाराएं जोड़ने की बात कही है। एसीपी राम प्रवेश गुप्ता ने कहा—“यह बेहद गंभीर मामला है। आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पॉक्सो एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे में जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। पीड़ित परिवार को पूरी सुरक्षा दी जाएगी और न्याय दिलाना हमारी प्राथमिकता है।” पुलिस ने ग्रामीणों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अफवाह न फैलाए और जांच में सहयोग करे। आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज,दो पुलिस टीमों ने गिरफ्तारी के लिए की दबिश शुरू, साइबर सेल जुटी डिजिटल साक्ष्य तलाशने में, पीड़िता-मां की हालत गंभीर, अस्पताल में निगरानी, आरोपी परिवार से पूछताछ, मारपीट के पहलू की जांच।

