🔹 IPS आदित्य कुमार के नेतृत्व में आगरा साइबर क्राइम यूनिट की बड़ी कार्रवाई, दो मुख्य आरोपी पकड़े गए—अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी नेटवर्क का खुलासा!
Agra Live News | विशेष रिपोर्ट | आगरा से प्रमोद कुशवाह की रिपोर्ट
आगरा। आगरा पुलिस की साइबर सैल, थाना साइबर क्राइम और साइबर इंटेलिजेंस यूनिट ने मिलकर एक अंतरराष्ट्रीय साइबर-सिलेवरी गैंग का पर्दाफाश किया है। यह गैंग बेरोजगार युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर कम्बोडिया और थाईलैंड भेजकर, उनसे जबरन साइबर ठगी और डिजिटल फ्रॉड कराता था। इस बड़े नेटवर्क का खुलासा नगर/साइबर क्राइम/कानून व्यवस्था के अपर पुलिस उपायुक्त IPS आदित्य कुमार के नेतृत्व में हुआ। पुलिस ने गिरोह से जुड़े दो प्रमुख अभियुक्तों—मो. आतिफ खान और अजय शुक्ला को गिरफ्तार किया है।
🔥 नौकरी का सपना बना डिजिटल गुलामी की सजा!
थाना साइबर क्राइम, आगरा में 16 सितंबर 2025 को एक युवक ने तहरीर दी कि वर्ष 2024 में उसने और उसके साथी ने अजय शुक्ला नामक एजेंट से विदेश में नौकरी लगवाने की बात की थी। अजय शुक्ला ने दोनों से ₹3.5 लाख लेकर नवंबर 2024 में कम्बोडिया भेजा। कम्बोडिया पहुंचने पर दोनों को पता चला कि उन्हें Cyber-Slavery (डिजिटल गुलामी) में फंसा दिया गया है। विरोध करने पर कंपनी वालों ने उन्हें 3-3 लाख रुपये लेकर छोड़ा, तब जाकर वे किसी तरह 8 जुलाई 2025 को भारत लौट पाए। वादी की शिकायत पर थाना साइबर क्राइम आगरा में मुकदमा संख्या-156/2025 दर्ज किया गया।
👮♂️ IPS आदित्य कुमार की टीम ने ऐसे तोड़ा गिरोह का जाल
अपर पुलिस उपायुक्त IPS आदित्य कुमार ने इस संगठित साइबर तस्करी के खुलासे के लिए विशेष टीमों का गठन किया। पुलिस ने मो. आतिफ खान को उन्नाव के हनुमान नगर से और अजय शुक्ला को इंदौर (मध्य प्रदेश) से गिरफ्तार किया। जांच में सामने आया कि आतिफ खान वर्ष 2022 से कम्बोडिया में रह रहा था। वह नौकरी के नाम पर 25 से अधिक भारतीयों को कम्बोडिया भेज चुका था जहाँ उसने अपने एजेंटों के साथ मिलकर उन्हें 3,500 डॉलर में “बेच” दिया था। वह लोगों को हाउस अरेस्ट करवा कर उनसे डिजिटल ठगी, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड और ऑनलाइन स्कैम करवाता था। आतिफ के मोबाइल से पाकिस्तानी फ्रॉड नेटवर्क से जुड़ी चैट्स और पासपोर्ट फोटो भी मिली हैं।
🔍 दूसरा आरोपी अजय शुक्ला भी बड़ा एजेंट निकला!
अजय शुक्ला ने पूछताछ में बताया कि वह लंबे समय से एजेंट का काम करता है और पहले भी कई लोगों को कम्बोडिया व थाईलैंड भेज चुका है। उस पर पहले से ही थाना मलपुरा में मुकदमा (संख्या-141/2025) दर्ज है।

🧠 बरामदगी — तकनीकी सबूतों से खुलेंगे कई राज
पुलिस टीम ने दोनों आरोपियों से जो सामग्री बरामद की है, वह इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क की जड़ें उजागर करने में अहम साबित हो सकती है:
📱 iPhone 16 Pro Max (घटना में प्रयुक्त)
📱 अन्य मोबाइल फोन
💻 लैपटॉप और CPU (ऑनलाइन ट्रांजैक्शन व चैटिंग के साक्ष्य सहित)
ये सभी उपकरण तकनीकी जांच के लिए साइबर फॉरेंसिक यूनिट को भेजे गए हैं।
⚖️ कानूनी धाराएँ और आगे की कार्रवाई
थाना साइबर क्राइम, आगरा में दोनों के खिलाफ बीएनएस की धारा-143(3)/318(4)/61(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
आगामी दिनों में विदेशी नेटवर्क से जुड़ी कड़ियों के आधार पर और गिरफ्तारियाँ हो सकती हैं।
🎙️ IPS आदित्य कुमार बोले — “यह सिर्फ ठगी नहीं, मानव तस्करी का नया चेहरा है”
“यह गिरोह भारतीय युवाओं को नौकरी का झांसा देकर विदेश भेजता था और वहाँ उनसे जबरन साइबर अपराध कराता था।
आगरा पुलिस अब सिर्फ स्थानीय नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में काम कर रही है।
किसी भी संदिग्ध एजेंट या ऑफर की सूचना तुरंत साइबर क्राइम थाना को दें।”
— IPS आदित्य कुमार, अपर पुलिस उपायुक्त (नगर/साइबर क्राइम/कानून व्यवस्था)
🕵️♂️ “डिजिटल गुलामी” का बढ़ता खतरा
साइबर विशेषज्ञों के मुताबिक, Cyber Slavery एक उभरता हुआ अंतरराष्ट्रीय अपराध है, जिसमें बेरोजगार या गरीब देशों के युवाओं को जॉब ऑफर के नाम पर फंसा कर ऑनलाइन ठगी के लिए मजबूर किया जाता है। कम्बोडिया, म्यांमार, लाओस और थाईलैंड जैसे देशों में कई “कॉल सेंटर” इसी मॉडल पर काम करते हैं।
🚨 जनता के लिए पुलिस की चेतावनी
1️⃣ किसी भी एजेंट को विदेश भेजने के नाम पर पैसा न दें।
2️⃣ कंपनी की वेबसाइट, रजिस्ट्रेशन और वर्क परमिट की जांच करें।
3️⃣ विदेश भेजने वाले सभी दस्तावेजों की प्रतियां सुरक्षित रखें।
4️⃣ किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत थाना साइबर क्राइम, आगरा को दें।
🔚 आगरा पुलिस की यह कार्रवाई न केवल साइबर अपराध के खिलाफ बल्कि मानव तस्करी के डिजिटल रूप पर भी सटीक प्रहार है। पुलिस की जांच जारी है और संभावना है कि जल्द ही इस गिरोह से जुड़े अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन भी उजागर होंगे।
📺 पूरी रिपोर्ट, प्रेस बाइट और गिरफ्तार आरोपियों के बारे में विस्तृत जानकारी देखें सिर्फ…
👉 Agra Live News पर, जहां सच्चाई मिलती है हर खबर के साथ!

