आगरा कैंट स्टेशन पर जन्मी नन्ही परी

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👉 मसीहा बनीं महिला पुलिसकर्मी, प्लेटफॉर्म पर गूंजी जिंदगी की पहली किलकारी

आगरा। सोमवार की सुबह आगरा कैंट रेलवे स्टेशन मानवता और करुणा की मिसाल बन गया। यहां दर्द से कराह रही एक गर्भवती महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराकर थाना जीआरपी और आरपीएफ आगरा कैंट की महिला पुलिस कर्मियों ने इंसानियत का अद्भुत उदाहरण पेश किया। जानकारी के अनुसार, स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर दो पर एक गर्भवती महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। उसकी हालत बिगड़ती देख यात्रियों ने शोर मचाया और तुरंत सूचना पुलिस को दी। कुछ ही देर में महिला हेड कांस्टेबल कुसुमलता और आरपीएफ एसआई गुलशन मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बिना समय गंवाए मदद शुरू की और प्लेटफॉर्म पर ही कंबल बिछाकर महिला की सुरक्षित डिलीवरी कराई। कुछ ही पलों में स्टेशन परिसर नन्ही बच्ची की पहली किलकारी से गूंज उठा।

डिलीवरी के बाद रेलवे डॉक्टर धीरज गुप्ता की अगुवाई में चिकित्सकीय टीम मौके पर पहुंची और मां-बेटी की जांच कर उन्हें प्राथमिक उपचार दिया। महिला कांस्टेबल मीना खातून ने नवजात को गोद में लेकर एंबुलेंस से एस.एन. मेडिकल कॉलेज पहुंचाया, जहां दोनों को भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि मां और बच्ची दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं।इस मानवीय कार्य पर पुलिस अधीक्षक रेलवे आगरा ने महिला पुलिसकर्मियों की सराहना करते हुए कहा कि—“महिला हेड कांस्टेबल कुसुमलता, आरपीएफ एसआई गुलशन और उनकी टीम ने न सिर्फ कर्तव्यनिष्ठा बल्कि मानवता की सच्ची भावना का परिचय दिया है। उनकी तत्परता ने एक परिवार को खुशी दी और नवजीवन को सुरक्षित जन्म दिया।”

बच्ची के जन्म के बाद महिला के परिवार ने भावुक होकर कहा—“ये महिला पुलिसकर्मी हमारे लिए देवदूत बनकर आईं। अगर समय पर मदद न मिलती तो कुछ भी अनहोनी हो सकती थी।”आगरा कैंट स्टेशन पर घटी इस मानवीय घटना ने पुलिस और आरपीएफ की संवेदनशील छवि को एक बार फिर उजागर किया है। स्टेशन पर मौजूद यात्रियों ने तालियां बजाकर इन महिला पुलिसकर्मियों की सराहना की और मानवता के इस अद्भुत उदाहरण को सलाम किया।

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