आगरा कमिश्नरेट में पुलिसिंग में सुधार की कवायदें, महिला अपराध की बढ़ती दर एक गंभीर चिंता…

0

आगरा लाईव न्यूज। बढ़ते महिला अपराध ने आगरा को सीएम डैशबोर्ड की सूची में अंतिम पायदान पर पहुंचा दिया है। यहां पिछले दिनों में होटलों से लेकर चलती कार में युवतियों से दुष्कर्म की वारदातें सामने आईं। इतना ही नहीं छेड़खानी के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। आपको बता दें अक्तूबर में आगरा कमिश्नरेट तेजी से बढ़ते महिला अपराध, आम जनता के बीच पुलिस की नकारात्मक छवि के कारण अंतिम पायदान पर पहुंच गया। फरियादियों की समस्याओं का निस्तारण थाने, चौकियों से नहीं हो पा रहा है। पुलिस आयुक्त की मॉनीटरिंग के बाद भी हालात में सुधार नहीं हो सका है।सीएम डैश बोर्ड पर अक्तूबर माह में कानून व्यवस्था की रैकिंग में फिरोजाबाद जैसे जिले की रैकिंग 16वीं रही है, जबकि आगरा में कमिश्नरेट पुलिस प्रणाली लागू है।

आपको बता दें आगरा कमिश्नरेट में अपराध की बढ़ती दर एक गंभीर चिंता का विषय है। आगरा शहर उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है, और यहाँ की कानून-व्यवस्था को बनाए रखना आवश्यक है। आगरा कमिश्नरेट में महिला अपराध की बढ़ती दर एक गंभीर चिंता का विषय है। आगरा पुलिस कमिश्नरी ने इस समस्या से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। पुलिस आयुक्त जे रविंदर गौड़ ने एक विशेष थाना बनाने का फैसला किया है, जहां आधी आबादी से संबंधित सभी मामले दर्ज किए जाएंगे। इसके अलावा, आगरा पुलिस कमिश्नरी ने 44 एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया है, जो महिलाओं के प्रति अपराध पर शिकंजा कसने के लिए काम करेगी।

आगरा पुलिस ने जन जागरूकता अभियान भी शुरू किया है, जिसमें आम जनता को साइबर अपराध, महिला सशक्तिकरण और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में जागरूक किया जा रहा है ³। इस अभियान का उद्देश्य लोगों को अपराध के प्रति जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित बनाना है। आगरा पुलिस के इन प्रयासों से उम्मीद है कि महिला अपराध पर लगाम लगाई जा सकती है और शहर में महिलाओं की सुरक्षा में सुधार हो सकता है।

आगरा कमिश्नरेट में अपराध की बढ़ती दर के कुछ कारण हैं:

1. जनसंख्या वृद्धि: आगरा शहर की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, जिससे अपराध की दर भी बढ़ रही है।

2. आर्थिक असमानता: आगरा में आर्थिक असमानता एक बड़ी समस्या है, जिससे गरीबी और बेरोजगारी के कारण अपराध की दर बढ़ रही है।

3. सामाजिक कारण: आगरा में सामाजिक कारणों जैसे कि शिक्षा की कमी, नशीली दवाओं का सेवन, और परिवारिक विवादों के कारण अपराध की दर बढ़ रही है।

गौरतलब है कि महिला अपराध पर सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने साफ कहा है कि महिलाओं के प्रति अपराध को सख्ती से रोका जाए। बावजूद इसके उत्तर प्रदेश में महिला अपराध का ग्राफ थमता नहीं दिखाई दे रहा है। ताज नगरी भी इससे अछूती नहीं है। एसीपी सुकन्या शर्मा ने कहा कि महिला अपराध पर विराम लगाने के लिए आगरा पुलिस कमिश्नरी में 44 एंटी रोमियो टीम है, जो हमेशा सक्रिय रहती है। महिला सुरक्षा के लिए 123 महिला बीट पुलिस अधिकारी हैं।

आगरा पुलिस कमिश्नरी में महिला सुरक्षा के लिहाज से जो भी उपाय किए जाने चाहिए, वे किए जा रहे हैं। पुलिस की बड़ी किरकिरी हुई इंस्पेक्टर को जेल जाना पड़ा। यह प्रकरण मुख्यमंत्री तक पहुंचा तो तत्कालीन कमिश्नर का तबादला हो गया। इसके बाद पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड दूसरे आयुक्त हैं। लेकिन कानून व्यवस्था से लेकर पुलिस पर भष्ट्राचार के मामले कम नहीं हो सके हैं। पुलिस कमिश्नर कर्मियों के व्यवहार में सुधार के लिए कार्यशालाएं करवा रहे हैं।

आगरा पुलिस कमिश्नरी में महिला सेफ जोन बनाए जा रहे हैं। महिला सेफ जोन बनाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि ऑटो, ई-रिक्शा, टैक्सी को चिन्हित करना है, जिससे महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस करें। इन सभी ऑटो, ई-रिक्शा एवं टैक्सी चालकों का सत्यापन करना है। रात में आगरा कमिश्नरी में महिलाएं सुरक्षित हैं या नहीं, इसके लिए पुलिस अधिकारियों द्वारा समय समय पर निरीक्षण भी किए जा रहे हैं। ऐसा ही एक निरीक्षण मैंने बीते दिनों रात को किया था। इसमें यह भी देखना था कि जब महिलाएं रात में गुजरती हैं तो वहां पर रौशनी और सीसीटीवी कैमरा है या नहीं, क्योंकि रात में गुजरते समय रास्ते में अंधेरा मिलता है तो अराजक तत्व उसका लाभ लेकर वारदातों को अंजाम दे देते हैं। अगर सीसीटीवी कैमरे रहते हैं तो अपराधियों को पकड़ने में आसानी रहती है। आगरा पुलिस कमिश्नरी में महिलाओं के प्रति अपराध के बाद सबसे पहले महिला सेल की टीम वहां पहुंचती है। घटना का गहनता के साथ निरीक्षण किया जाता है और जो भी चीजें वहां मिलती हैं, उससे अधिकारियों को अवगत कराया जाता है। जिले में महिला अपराध को लेकर कहां कहां हॉटस्पॉट है, उन्हें चिन्हित किया जाता है, ऐसे हॉटस्पॉट पर महिला अपराध पर कैसे विराम लगाया जा सकता है, इस पर भी काम किया जा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here