आगरा लाईव न्यूज। देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने की एक और साजिश को बेनकाब करते हुए यूपी एटीएस ने आगरा से आईएसआई एजेंट को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार शख्स रविंद्र कुमार, जो फिरोजाबाद के हजरतपुर स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में चार्जमैन के पद पर तैनात था, पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा था। जांच में सामने आया कि उसे हनीट्रैप में फंसाया गया था। महिला एजेंट ने ‘नेहा शर्मा’ नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर रविंद्र से दोस्ती की और धीरे-धीरे उसे अपने जाल में फंसाया। सोशल मीडिया के जरिए उसने पहले उससे निजी बातचीत शुरू की और फिर गोपनीय सैन्य और वैज्ञानिक जानकारियां हासिल करने लगी।
रविंद्र करीब दस साल पहले ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में नौकरी पाने से पहले 509 आर्मी वर्कशॉप में अप्रेंटिसशिप कर चुका था। शुरुआती पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने जानबूझकर नहीं बल्कि भावनात्मक रूप से फंसने के कारण ये जानकारियां साझा की थीं। लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इसे गंभीर मामला मानते हुए पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं। रविंद्र के मोहल्ले के लोगों के अनुसार, पिछले डेढ़ साल से वह बेहद अलग-थलग रहने लगा था। उसने पड़ोसियों से मेलजोल बंद कर दिया था, और उसकी पत्नी व बच्चे भी किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करते थे। नवंबर 2024 में जब उसके पिता की मृत्यु हुई, उसके बाद से उसके व्यवहार में और अधिक बदलाव देखा गया। अब जब उसकी गिरफ्तारी हुई है, तो मोहल्ले के लोग उसके बदले व्यवहार को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं कर रहे हैं।
रविंद्र सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय था। वह अक्सर फिल्मी गानों और वीडियो शेयर करता था। इसके अलावा, उसने कई बार फिरोजाबाद ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के पीछे के जंगलों में वीडियो बनाकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर डाले थे। एटीएस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या उसने ऐसे किसी वीडियो में कोई गोपनीय या संवेदनशील जानकारी साझा की थी।
50 मीटर सुरक्षा घेरा भी बना मजाक, नियमों की उड़ रही धज्जियां!
509 आर्मी वर्कशॉप, जहां से उसने अप्रेंटिसशिप की थी, सुरक्षा के लिहाज से काफी संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। इसके आसपास 50 मीटर के दायरे में किसी भी तरह के निर्माण की अनुमति नहीं है, लेकिन इसके बावजूद इस क्षेत्र में कई मकान बने हुए हैं और व्यावसायिक गतिविधियां भी जारी हैं। सुरक्षा एजेंसियां अब यह भी जांच कर रही हैं कि इस क्षेत्र से जुड़ी अन्य सुरक्षा खामियां क्या हो सकती हैं और कहीं कोई अन्य व्यक्ति भी ऐसी गतिविधियों में शामिल तो नहीं है।
सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, देश के खिलाफ साजिश रचने वालों पर कड़ी नजर!
रविंद्र की गिरफ्तारी के बाद उसकी पत्नी आरती घर से निकल गई और वकील के पास जाने की बात कहकर चली गई। फिलहाल घर में केवल उसकी बुजुर्ग मां मौजूद हैं, जो पूरी घटना से सदमे में हैं। पड़ोसियों ने बताया कि रविंद्र के परिवार में करीब छह लोग सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं। अब जांच एजेंसियां उसके पूरे परिवार के संपर्कों और गतिविधियों की गहराई से जांच कर रही हैं।
यूपी एटीएस रविंद्र से लगातार पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने कितनी और कौन-कौन सी जानकारी आईएसआई को भेजी थी। इसके अलावा, सुरक्षा एजेंसियां यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं और क्या रविंद्र के अलावा कोई और भारतीय अधिकारी या कर्मचारी भी इस जासूसी रैकेट का हिस्सा तो नहीं था। इस मामले ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि हनीट्रैप के जरिए दुश्मन देश की एजेंसियां किस तरह भारतीय सैन्य संस्थानों में सेंध लगाने की कोशिश कर रही हैं। इस घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने भी अलर्ट बढ़ा दिया है और सोशल मीडिया पर संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
क्राइम रिपोर्टर बृजमोहन निगम कि रिपोर्ट