शातिर लुटेरों का खेल खत्म! ताजगंज पुलिस के हत्थे चढ़े ₹25-25 हजार के इनामी बदमाशगुनाह के बाद भक्ति! लूट का पैसा मंदिर में चढ़ाने की अजीब हरकतपाप भी, प्रार्थना भी! लूट की रकम का कुछ हिस्सा मंदिर में चढ़ाते थे अपराधी
आगरा लाईव न्यूज। ताजगंज पुलिस ने लूट के एक बड़े मामले में वांछित ₹25-25 हजार के इनामी तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस के मुताबिक, यह घटना दिसंबर 2023 में हुई थी, जब एक आढ़ती, जो भोलपुरा क्षेत्र का निवासी है और बसई मंडी में आढ़त का काम करता है, अपनी दुकान से घर लौट रहा था। तभी बाइक सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने उसका थैला लूट लिया, जिसमें आधार कार्ड, हिसाब-किताब का रजिस्टर और करीब 45 हजार रुपये नकद थे। इस घटना के बाद ताजगंज पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी थी।सोमवार को पुलिस टीम गश्त कर रही थी, तभी मुखबिर से सूचना मिली कि लूट के इस मामले में वांछित तीनों आरोपी रोहता चौराहे पर खोखे के पास मौजूद हैं। पुलिस ने बिना देरी किए घेराबंदी कर तीनों को धर दबोचा।
गिरफ्तार किए गए बदमाशों की पहचान मासूम, अभिषेक और सिंधपाल के रूप में हुई है, जो मध्य प्रदेश के दतिया जिले के रहने वाले हैं। तीनों शातिर बदमाश लंबे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय थे और कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं।पुलिस जांच में सामने आया कि यह गैंग लूट और चोरी की घटनाओं के बाद कुछ रकम मंदिरों में चढ़ाता था। इनका मानना था कि ऐसा करने से वे पुलिस की नजर से बच जाएंगे और आगे भी वारदात को अंजाम देने में सफल रहेंगे। इसके अलावा, ये बदमाश स्थानीय मेलों में फड़ की दुकान लगाकर वहां के हालात को परखते थे और रेकी करने के बाद पास के क्षेत्रों में चोरी और लूट की घटनाओं को अंजाम देते थे।
इस रणनीति के जरिए वे पुलिस को चकमा देने की कोशिश करते थे।पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि मासूम पर लूट, चोरी और धोखाधड़ी के कई गंभीर मामले पहले से दर्ज हैं। आगरा, मथुरा और एटा में भी इस पर चोरी और लूट के केस चल रहे हैं। वहीं, अभिषेक और सिंधपाल के खिलाफ भी लूट के मामले दर्ज हैं और पुलिस इनकी आपराधिक गतिविधियों की गहन जांच कर रही है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इन्होंने और किन घटनाओं को अंजाम दिया है।
गिरफ्तारी में थाना प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस आलोक राज नारायण और उपनिरीक्षक नीलेश शर्मा की अहम भूमिका।
गिरफ्तारी में थाना प्रभारी प्रशिक्षु आईपीएस आलोक राज नारायण के नेतृत्व में पुलिस टीम ने अहम भूमिका निभाई। इस पूरे ऑपरेशन में उपनिरीक्षक नीलेश शर्मा की सतर्कता और कुशल रणनीति ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी त्वरित कार्रवाई और टीमवर्क के चलते पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। उनके नेतृत्व में टीम ने योजनाबद्ध तरीके से घेराबंदी की और लुटेरों को भागने का कोई मौका नहीं दिया।
टीम में उनके साथ उपनिरीक्षक प्रवीन कुमार, प्रशिक्षु उपनिरीक्षक सुशांक सिंह राघव, मनीष चौधरी और कांस्टेबल अभय प्रताप सिंह व रवि कुमार भी शामिल थे। पुलिस अब गिरफ्तार बदमाशों से पूछताछ कर रही है और इनके बाकी आपराधिक रिकॉर्ड की भी पड़ताल की जा रही है।
क्राइम रिपोर्टर बृजमोहन निगम